वॉशिंगटन डी.सी. में आईएमएफ की वार्षिक बैठकों के दौरान, वैश्विक अर्थशास्त्री और नीति निर्माता विश्व अर्थव्यवस्था के अनिश्चित मार्ग पर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए। भले ही भविष्यवाणियाँ कहती हैं कि वैश्विक विकास अपेक्षाकृत स्थिर रहेगा, लेकिन समग्र चित्र कुछ संभावित बाधाओं से घिरा हुआ है।
एक प्रमुख चिंता जो उठायी गई है, वह है अमेरिकी व्यापार नीति। टैरिफ और नियामक उपायों पर चर्चाएँ जारी रहते हुए, विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि व्यापार संबंधों में परिवर्तन आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर सकता है और निवेश भावना को कम कर सकता है। ये व्यापार अस्थिरताएँ वास्तविक जोखिम प्रस्तुत करती हैं, विशेष रूप से उन खुले अर्थतंत्रों के लिए जो निर्यात और सीमा पार सहयोग पर निर्भर हैं।
उसी समय, कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उदय एक शक्तिशाली संतुलन के रूप में उभर रहा है। विनिर्माण में स्वचालन से लेकर डेटा-आधारित सेवाओं तक, एआई नवाचार नई उत्पादकता और प्रतिस्पर्धात्मकता के स्रोतों को खोलने का वादा करते हैं। सरकारों और व्यवसायों के लिए चुनौती होगी कि वे इन प्रौद्योगिकियों का जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग करें, यह सुनिश्चित करते हुए कि विकास के लाभ व्यापक रूप से साझे हों।
जैसे ही वैश्विक समुदाय इन मिश्रित संकेतों का सामना करता है, नीतिगत निर्णयों और तकनीकी प्रगति के बीच की परस्पर क्रिया अनिवार्य होगी। आने वाले महीनों में यह सामने आएगा कि क्या विश्व व्यापार तनावों को पार कर एआई-संचालित अवसरों का लाभ उठाकर अपनी विकास प्रक्षेपवक्र को बनाए रख सकता है।
Reference(s):
cgtn.com








