हाल के गवाहियों में गंभीर आरोप सामने आए हैं जिसमें सैनिकों का दावा है कि उन्हें गाजा पट्टी में खाद्य वितरण हब के पास जमा हो रहे फिलिस्तीनियों पर जीवंत गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था। हाआर्त्ज़, इजरायल के सबसे पुराने समाचार पत्र द्वारा रिपोर्ट किए गए इन खातों से पता चलता है कि ब्रिगेड स्तर के कमांडरों ने भीड़ को \"निकालने\" के लिए जीवंत फायर की अनुमति दी, भले ही भीड़ निहत्थे थी और तत्काल खतरा नहीं थी।
आरोपित आदेश कम से कम पिछले महीने के दौरान 19 अलग-अलग घटनाओं में हुए थे, जिससे इजरायल के सैन्य अधिवक्ता जनरल ने इस मामले में आंतरिक जांच शुरू की है।
मानवीय चिंताएं इस उभरते संकट के केंद्र में बनी हुई हैं। संयुक्त राष्ट्र ने रिपोर्ट की है कि कम से कम 410 लोग चार गाजा मानवतावादी फाउंडेशन साइटों तक पहुंचने की कोशिश करते हुए अपने जीवन खो चुके हैं, हालांकि GHF के कार्यकारी निदेशक ने इस आंकड़े को \"भ्रामक जानकारी\" के रूप में खारिज कर दिया।
विस्तृत संघर्ष ने मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है, जिसमें स्वतंत्र गिनती के अनुसार 56,000 से अधिक फिलिस्तीनी और 1,706 इजरायली मारे गए हैं। इस जांच से कमांड निर्णय, जिम्मेदारी और संघर्ष क्षेत्रों में नागरिक जीवन की सुरक्षा पर महत्वपूर्ण प्रश्न उठते हैं।
जैसे-जैसे आंतरिक जांच जारी है, दुनिया भर के पर्यवेक्षक बारीकी से देख रहे हैं, उम्मीद कर रहे हैं कि जिम्मेदारी में सुधार और नागरिकों की बेहतर सुरक्षा जारी रह सकेगी।
Reference(s):
Allegations of live fire at Gaza aid hubs trigger Israeli probe
cgtn.com