26 अगस्त, 2025 को जियांगमेन अंडरग्राउंड न्यूट्रिनो ऑब्जर्वेटरी (JUNO) ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, 20,000 टन तरल स्किंटिलेटर का भरना पूरा किया और आधिकारिक तौर पर अपने डेटा संग्रह चरण में प्रवेश किया।
मुख्य भूमि चीन के गुआंगडोंग में 700 मीटर भूमिगत स्थित, JUNO अब दुनिया का पहला अति-बड़ा, अति-सटीक न्यूट्रिनो प्रयोग है। शुरुआती प्रदर्शन मानदंड बताते हैं कि वेधशाला सभी डिज़ाइन अपेक्षाओं को पार कर रही है, खुद की स्पष्टता को उन महानतम पहेलियों में से एक को संबोधित करने के लिए केंद्रित करके: न्यूट्रिनो द्रव्यमान के क्रम का निर्धारण।
इस प्रमुख लक्ष्य के अलावा, JUNO ब्रह्मांडीय घटनाओं में एक नई खिड़की खोलता है। इसके संवेदनशील डिटेक्टर सूर्य, सुपरनोवा, वातावरण और यहां तक कि पृथ्वी के अंदरूनी भाग से उत्सर्जित न्यूट्रिनो को पकड़ने के लिए तैयार हैं। प्रत्येक रीडिंग वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड के सबसे मायावी कणों और उन बलों को समझने के करीब लाता है जो हमारे ब्रह्मांड को आकार देते हैं।
जैसे ही डेटा संग्रह बढ़ता है, दुनिया भर के शोधकर्ता ध्यानपूर्वक देख रहे हैं। अपनी बेमिसाल पैमाने और सटीकता के साथ, JUNO खोज के नए युग की आशा करता है, न्यूट्रिनो की छिपी दुनिया पर प्रकाश डालते हुए और बुनियादी भौतिकी की हमारी समझ का विस्तार करते हुए।
Reference(s):
World's largest neutrino lab powers up hunting for cosmic clues
cgtn.com