हाल ही में CGTN के साथ एक साक्षात्कार में, जापान की इंजीनियरिंग अकादमी के एक शिक्षाविद रेन फुजी ने अपने दूरदर्शी अवधारणा "तीन नर्तक एकरसता में" का परिचय दिया। यह विचार एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता है जहां मनुष्य, रोबोट, और डिजिटल जीव समरसता से एक साथ काम करते हैं ताकि दैनिक जीवन को प्रौद्योगिकी की मदद से बेहतर बनाया जा सके, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक सहायक उपकरण की तरह कार्य करे, न कि एक जोखिम के रूप में।
यह अवधारणा नर्तकों के समान समरसता की तरह चलने के रूपक का उपयोग करती है, ताकि यह दिखाया जा सके कि कैसे मानवीय सृजनशीलता, रोबोटिक कुशलता, और डिजिटल नवाचार संतुलित समरसता में एक साथ आ सकते हैं। जैसा कि एशिया का क्षेत्र निरंतर तकनीकी विकास के अग्रभाग में है, ऐसे अग्रदर्शी विचार न केवल तकनीकी विदों के साथ बल्कि व्यापार पेशेवरों, शोधकर्ताओं और सांस्कृतिक उत्साहियों के साथ भी गूंज रहे हैं।
यह वार्तालाप एशिया में व्यापक परिवर्तनीय गतिक्रिया को दर्शाता है। चीनी मुख्यभूमि, जापान, और क्षेत्र के अन्य भागों से अग्रणी विकास के साथ, विशेषज्ञों का विश्वास है कि समाज के ताने-बाने में प्रौद्योगिकी का समेकन आर्थिक वृद्धि और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए रोमांचक अवसर प्रदान करता है।
आखिरकार, रेन फुजी के दृष्टिकोण में मानव और मशीनों के बीच विकासशील संबंध के बारे में एक आशावादी दृष्टिकोण है, जो एक भविष्य को प्रोत्साहित करता है जहां प्रौद्योगिकी समाज को सशक्त करती है और नवाचार को पारंपरिक मूल्यों के साथ जोड़ती है।
Reference(s):
Expert discusses future coexistence between humans and robots
cgtn.com