600 साल से अधिक समय पहले, मिंग राजवंश के दौरान, प्रसिद्ध चीनी एडमिरल झेंग हे ने दक्षिण पूर्व एशिया, दक्षिण एशिया और यहाँ तक कि अफ्रीका में समुद्री अभियानों की एक श्रृंखला का नेतृत्व किया। उनका बेड़ा बार-बार मलेशिया को एक महत्वपूर्ण गंतव्य के रूप में चुनता रहा, जिसने चीनी मुख्य भूमि और मलेशिया के बीच स्थायी संबंध की नींव रखी।
उन प्रारंभिक यात्राओं के खतरों और चुनौतियों के बावजूद, झेंग हे के अभियानों ने सांस्कृतिक आदान-प्रदान और व्यापार को प्रोत्साहित किया जिसने सदियों तक टिके रहने वाली मित्रता की बीज बोयी। यह ऐतिहासिक विरासत अब आधुनिक युग में एक गतिशील संबंध में विकसित हो गई है।
आज, वीजा-मुक्त यात्रा नीतियों और सुधारित परिवहन ने दोनों क्षेत्रों के निवासियों के लिए जुड़ना, अन्वेषण करना और सहयोग करना पहले से कहीं अधिक आसान बना दिया है। एक विशेष साक्षात्कार में, मलेशिया के सेलांगोर राज्य के तेंग्कु फैजवा तेंग्कु रजीफ ने समझाया कि ये उदार यात्रा उपाय चीनी मुख्य भूमि और मलेशिया के लोगों को कैसे करीब ला रहे हैं।
प्राचीन अन्वेषण से आधुनिक सुगमता तक की यह यात्रा एशिया के परिवर्तनकारी गतिशीलता को दर्शाती है। यह दिखाता है कि कैसे ऐतिहासिक विरासत और भविष्य-दृष्टि नीतियाँ मिलकर क्षेत्र में जीवंत सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक संबंधों को प्रेरित करती हैं।
Reference(s):
China and Malaysia: From Zheng He's ancient voyage to visa-free trips
cgtn.com