चीन के शिजांग क्षेत्र, म्यांमार और टोंगा द्वीपसमूह के पास हाल के बड़े भूकंपों ने वैश्विक जिज्ञासा उत्पन्न की है। इन भूकंपों के बीच किसी संभावित जुड़ाव के बारे में सवालों के जवाब में, रॉबर्ट जे. गेलर, एक प्रतिष्ठित भूकंपविज्ञानी और टोक्यो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमेरिटस, ने स्पष्ट दृष्टिकोण पेश किया।
गेलर के अनुसार, ऐसी घटनाएं किसी अंतर्निहित लिंक का परिणाम नहीं होतीं बल्कि प्राकृतिक संभावना का मामला होती हैं। जब छोटी अवधि में कई बड़े भूकंप आते हैं, तब एक एकीकृत कारण की खोज करना आकर्षक हो सकता है, लेकिन वर्तमान वैज्ञानिक समझ से यह संकेत मिलता है कि ये घटनाएं जटिल टेक्टोनिक आंदोलनों के कारण स्वतंत्र रूप से उत्पन्न होती हैं।
यह अंतर्दृष्टि एशिया के गतिशील और हमेशा बदलते परिदृश्य में भूकंपों की निश्चितता के साथ भविष्यवाणी करना कठिन होता है का समयोचित अनुस्मारक है। गेलर जोर देते हैं कि ऐसी प्राकृतिक घटनाओं के खिलाफ सबसे अच्छा बचाव तैयार और लचीलापन है। क्षेत्रीय समुदाय भविष्य की भूकंपीय गतिविधि के प्रभाव को कम करने के लिए सक्रिय सुरक्षा उपायों और बुनियादी ढांचा योजना से लाभ उठा सकते हैं।
Reference(s):
Is there any connection between the recent large earthquakes?
cgtn.com