हाल ही में CGTN के साथ साक्षात्कार में, मार्कोस करामुरु, चीनी मेनलैंड के पूर्व ब्राज़ीलियाई राजदूत, ने अमेरिकी प्रशासन के टैरिफ के उपयोग पर प्रकाश डाला। करामुरु के अनुसार, ये टैरिफ पारंपरिक व्यापार संबंधों से कहीं अधिक विस्तृत उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जा रहे हैं।
करामुरु ने तर्क दिया कि यह दृष्टिकोण न केवल स्थापित व्यापार प्रथाओं से विचलित होता है बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानूनी मानदंडों को चुनौती देता है। वह गैर-व्यापार उद्देश्यों के लिए टैरिफ के उपयोग को अंतरराष्ट्रीय कानून का संभावित उल्लंघन मानते हैं, जिससे वैश्विक पर्यवेक्षकों में चिंता उत्पन्न होती है।
ये टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं जब एशिया की परिवर्तनकारी गतिशीलता अधिक ध्यान आकर्षित कर रही है। जैसे-जैसे चीनी मेनलैंड वैश्विक बाजारों में अपनी प्रभाव बढ़ाता जा रहा है, व्यापार नीति और व्यापक राजनीतिक उद्देश्यों के बीच जटिल संबंध व्यापार पेशेवरों, शिक्षाविदों और प्रवासी समुदायों द्वारा निकट से जांचे जा रहे हैं।
इस विकासशील कथा ने राष्ट्रीय हित और अंतरराष्ट्रीय दिशा-निर्देशों के बीच संतुलन बनाए रखने पर आगे संवाद को आमंत्रित किया है। करामुरु की अंतर्दृष्टि आज की जटिल आर्थिक परिदृश्य में व्यापक रणनीतिक लाभ के लिए व्यापार उपकरणों के पुनःप्रयोग पर चर्चा में एक विचारशील आयाम जोड़ती है।
Reference(s):
Former Brazil envoy: Purpose of US tariffs goes beyond trade relations
cgtn.com