इस वर्ष स्प्रिंग फेस्टिवल ने पारंपरिक चोंग्सम का एक शानदार पुनरुद्धार देखा। एक बार 1920 के शंघाई में लोकप्रिय हुए इस प्रतीकात्मक पोशाक को एक नई पीढ़ी के डिजाइनरों द्वारा कालातीत शिष्टता और आधुनिक परिष्कार के साथ पुनः परिकल्पित किया जा रहा है।
अपने हस्ताक्षर ऊंचे कॉलर और घुटने-ऊंची चीर के लिए जाने जाने वाले चोंग्सम लंबे समय से विशेष समारोहों के लिए एक मुख्यधारा रही है। इसका नाम, जिसका अर्थ है "लंबे कपड़े" कैंटोनीज़ में, 1960 के दशक के दौरान हांगकांग में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त हुआ, जो समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक था।
हालांकि आज की तेजी से विकसित हो रही फैशन परिदृश्य में चोंग्सम बनाने की कला चुनौतियों का सामना कर रही है, नवोन्मेषी डिजाइनर इसके आकर्षण को फिर से प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। शास्त्रीय शिल्पकला को समकालीन डिजाइन के साथ मिलाकर, वे एक नई प्रवृत्ति स्थापित कर रहे हैं जो एशिया की परिवर्तनकारी गतिशीलता और इसके नवीनीकरण की भावना को दर्शाती है।
परंपरा पर यह आधुनिक मोड़ न केवल गहरी जड़ वाली सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करता है बल्कि विरासत और नवाचार के बीच जीवंत अंतःक्रिया को भी उजागर करता है—एक कहानी जो वैश्विक दर्शकों के साथ गूंजती है और शैली के एक स्थायी प्रतीक के रूप में चोंग्सम की स्थिति को सुसंगत करती है।
Reference(s):
Traditional cheongsam takes on a modern twist for the festive season
cgtn.com