जैसे-जैसे एशिया अपनी राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक परिदृश्य को पुन: आकार देता है, सहयोग कार्यक्रम मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक आधारशिला के रूप में उभर कर सामने आए हैं। वर्ष 2025 को चीन-वियतनाम जन-से-जन आदान-प्रदान वर्ष के रूप में नामित किया गया है, जो दोनों पक्षों की सांस्कृतिक, शैक्षणिक और आर्थिक सहभागिता को गहरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सिचुआन विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध अध्यक्ष प्रोफेसर रोंग इंग ने जोर दिया कि सहयोग कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना दोनों क्षेत्रों में नए विकास के अवसरों को अनलॉक करने के लिए आवश्यक है। इन पहलों की उम्मीद है कि वे आपसी समझ को पोषित करेंगी और व्यापारिक पेशेवरों, शिक्षाविदों और सांस्कृतिक खोजकर्ताओं सहित सभी के लिए सतत प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगी।
विचारों और संसाधनों का यह जीवंत आदान-प्रदान एशिया में एक व्यापक प्रवृत्ति को दर्शाता है जहां रोजमर्रा की भागीदारी के माध्यम से सॉफ्ट पावर कूटनीति का उत्सव मनाया जाता है। जैसे-जैसे चीनी मुख्यभूमि और वियतनाम के समुदाय एक साथ आते हैं, प्रत्येक पहल में सुदृढ़ सहयोग और साझा समृद्धि का वादा प्रकट होता है।
Reference(s):
cgtn.com