विज्ञान में प्रकाशित एक महत्वपूर्ण अध्ययन में, चीनी शोधकर्ताओं ने पक्षियों की अत्यधिक अम्लीय खाद्य पदार्थों को सहन करने की उल्लेखनीय क्षमता के पीछे आणविक तंत्र को डिकोड किया है। अध्ययन से पता चलता है कि OTOP1 जीन में एक प्रमुख उत्परिवर्तन, जो खट्टे स्वाद रिसेप्टर को एन्कोड करता है, गीत पक्षियों को अम्लीय फलों का सेवन बिना घृणा के करने में सक्षम बनाता है।
यह खोज न केवल एक लंबे समय से चले आ रहे जैविक पहेली को सुलझाती है बल्कि एशिया में वैज्ञानिक अनुसंधान की नवाचार भावना को भी उजागर करती है। निष्कर्ष विकासवादी अनुकूलन में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं और पोषण, कृषि और जैव प्रौद्योगिकी में संभावित अनुप्रयोगों का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
इन पक्षियों को खट्टे आहारों पर पनपने की अनुमति देने वाले आनुवंशिक चाल को उजागर करके, शोध यह बताता है कि प्रकृति अप्रत्याशित तरीकों से कैसे अनुकूलित होती है। ऐसे सफलताएं चीनी वैज्ञानिक समुदाय की जैविक प्रक्रियाओं की हमारी समझ को आगे बढ़ाने के प्रयासों का प्रदर्शन करती हैं जबकि वैश्विक अनुसंधान में एशिया के बढ़ते प्रभाव को सुदृढ़ करती हैं।
Reference(s):
cgtn.com