कोरिया गणराज्य के तटीय शहर बुसान में, सीपीसी केंद्रीय समिति के महासचिव शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने द हब में मुलाकात की, जिससे चीन-अमेरिका सहयोग की नई उम्मीदें जागीं। वर्षों के तनाव के बाद, यह शिखर सम्मेलन वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और बदलते सत्ता संतुलनों के बीच आता है।
द हब के विशेषज्ञ, वांग गुआन के नेतृत्व में, परिणामों को समझाया। उन्होंने अस्थायी टैरिफ निलंबन, संयुक्त कृषि परियोजनाओं की योजनाएं और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों पर नए संवादों का उल्लेख किया। इसके तुरंत बाद मलेशिया के कुआलालंपुर में पर्यवेक्षकों की बैठक हुई ताकि आर्थिक वार्ताओं को आगे बढ़ाया जा सके।
एक विश्लेषक के अनुसार, चीन की आर्थिक दृढ़ता प्रभावशाली बनी हुई है, मजबूत विनिर्माण डेटा और स्थिर निर्यात आंकड़ों के साथ। व्यापार अवरोधों में कमी से उत्साहित अमेरिकी व्यापार नेता हरित ऊर्जा और स्मार्ट खेती में साझेदारी की निगाह कर रहे हैं।
फिर भी सवाल बने हुए हैं। क्या ये इशारे दीर्घकालिक नीतिगत बदलाव में बदल सकते हैं? क्या प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और कृषि समझौते सुर्खियों से परे टिक पाएंगे? फिलहाल, फिर से शुरू हुआ संवाद टकराव में एक स्वागत योग्य विराम प्रस्तुत करता है।
क्या यह एक सच्चे मोड़ का संकेत देता है, इसका निर्भर करता है कि इन्हें कैसे आगे बढ़ाया जाता है। जैसे व्यवसाय और निवेशक करीब से देख रहे हैं, एशिया-प्रशांत क्षेत्र नव दौरा चीन-अमेरिका संलग्नता के क्रॉसरोड पर खड़ा है। आने वाली उच्च स्तरीय बैठकों पर सभी की नजरें रहेंगी कि क्या शांत संवाद ठोस सहयोग में बदलता है।
Reference(s):
Reassessing China-U.S. engagement following the Xi-Trump meeting
cgtn.com








