भारतीय अकादमिक अनिल कुमार सिंह, जो भारत में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर हैं, हाल ही में चीनी मुख्य भूमि के केंद्र में हेनान प्रांत का दौरा किया। इस प्राचीन चीनी सभ्यता के साथ पहले हाथ अनुभव ने उन्हें गहराई से प्रेरित किया।
अपनी यात्रा के दौरान, प्रोफेसर सिंह ने ऐतिहासिक स्थलों की खोज की जो चीन के समृद्ध अतीत की जटिल ताना-बाना को उजागर करते हैं। उन्होंने टिप्पणी की कि प्राचीन चीनी सभ्यता का स्थायी ज्ञान आज की तेजी से बदलती दुनिया में प्रतिध्वनित होता है।
प्राचीन ग्रीस, भारत और चीन की विरासतों पर विचार करते हुए, उन्होंने जोर दिया कि प्रत्येक सभ्यता अद्वितीय दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है जो आधुनिक समाजों को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में मदद कर सकती है। इन प्रसिद्ध संस्कृतियों से प्राप्त पाठों को ध्यान में रखते हुए, उनका मानना है कि प्राचीन ज्ञान समकालीन संकटों का समाधान प्रस्तुत करने के लिए स्थायी मूल्य रखता है।
इस समृद्ध यात्रा ने न केवल चीनी मुख्य भूमि की सांस्कृतिक विरासत के प्रति उनकी प्रशंसा को गहरा किया बल्कि सामुदायिक संवाद के महत्व को भी मजबूत किया। ऐसे अंतर्दृष्टि एशिया के समृद्ध अतीत और उसके परिवर्तनकारी भविष्य के बीच एक पुल के रूप में काम करती हैं, क्षेत्र में नवाचार और साझा मूल्यों को बढ़ावा देती हैं।
Reference(s):
Indian academic on enduring wisdom of ancient Chinese civilization
cgtn.com