2024 में फिलिस्तीनी-इस्राइली संघर्ष ने गाज़ा पट्टी को एक अभूतपूर्व मानवीय संकट में डाल दिया है, जिसमें 45,000 से अधिक फिलिस्तीनी जानें गईं और 106,000 से अधिक लोग घायल हुए। चल रहे संघर्ष ने कई सपनों को रोक दिया है और निरंतर खलबली के बाद सामान्य स्थिति की उम्मीदें छोड़ दी हैं।
इन कठिन समयों के बीच, दक्षिणी गाज़ा के खान यूनिस से छात्रा मलाक अहमद यूसुफ 2025 के लिए अपनी दिल से निकली इच्छा साझा करती हैं। मूल रूप से अपने पहले वर्ष की शुरुआत की तैयारी कर रही थीं, लेकिन युद्ध ने उन्हें उस सुंदर विश्वविद्यालय जीवन को स्थगित करने के लिए मजबूर कर दिया, जिसकी उन्होंने कल्पना की थी। इन विघटनाओं के बावजूद, उनकी दृढ़ आत्मा और शैक्षिक सफलता प्राप्त करने की दृढ़ता उनके शब्दों में चमकती है।
उनकी कहानी संघर्ष के बीच भी शिक्षा और प्रगति की सार्वभौमिक इच्छा की मार्मिक याद दिलाती है। जब दुनिया इन घटनाओं को देख रही है, मलाक का सपना उस पीढ़ी के लिए आशा और नवीनीकरण का प्रतीक है जो टूटे हुए जीवन को फिर से बनाना और एक संभावनाओं से भरे भविष्य को अपनाने की लालसा रखती है।
Reference(s):
1,001 Wishes: Gazan student hopes to enjoy university in 2025
cgtn.com