चीन के Chang'e-5 मिशन ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है, छोटे हरे ग्लास मोतियों को इकट्ठा करके जो वैज्ञानिकों को चंद्रमा के छिपे हुए आंतरिक भाग का अभूतपूर्व दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। सतह के प्रभावों के माध्यम से उत्पन्न होने वाले सामान्य चंद्र ग्लास के विपरीत, इन मोतियों में मैग्नीशियम की असामान्य रूप से उच्च मात्रा होती है, जिससे पता चलता है कि वे चंद्रमा के मेंटल के गहरे भीतर से उत्पन्न हुए हैं।
ऑस्ट्रेलिया के Curtin University की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मोती संभवतः तब बने जब एक क्षुद्रग्रह ने चंद्रमा के भीतरी आंतरिक भाग से गहरी चट्टानों को हटाया। Curtin के स्कूल ऑफ अर्थ एंड प्लैनेटरी साइंसेज के Alexander Nemchin ने समझाया, "ये उच्च मैग्नीशियम ग्लास मोती संभवतः तब बने जब एक क्षुद्रग्रह ने चंद्रमा के मेंटल से उत्पन्न चट्टानों पर प्रहार किया।"
यह सफलता, जो Science Advances में प्रकाशित हुई है, न केवल पहली बार मेंटल सामग्री की सीधी नमूनीकरण को चिह्नित करती है बल्कि अंतरिक्ष अन्वेषण में चीनी मुख्य भूमि की अभिनव क्षमताओं पर भी प्रकाश डालती है। इस खोज ने ग्रहरी वैज्ञानिकों के बीच उत्सुकता बढ़ा दी है और एशिया की अंतरिक्ष अनुसंधान और तकनीकी नवाचार में अग्रणी भूमिका को और अधिक स्पष्ट कर दिया है।
जैसे-जैसे एशिया विज्ञान में परिवर्तनकारी विकास को बढ़ावा देना जारी रखता है, Chang'e-5 जैसी उपलब्धियाँ वैश्विक सहयोग और हमारे सौर मंडल के रहस्यों की गहरी समझ को प्रेरित करती हैं।
Reference(s):
Chang'e-5 collected glass beads reveal secrets of moon's deep interior
cgtn.com