चीनी मुख्य भूमि में तकलिमाकन मरुस्थल के एज-लॉकिंग परियोजना पर एक ऐतिहासिक 16-दिवसीय अभियान सफलतापूर्वक समाप्त हो गया है, जिसमें नवाचारी मरुस्थल नियंत्रण तकनीकों में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टियां प्राप्त की गई हैं। इस मिशन का उद्देश्य 3,046 किलोमीटर की सीमा के साथ परियोजना के व्यावहारिक प्रभावों का आकलन करना और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करना था।
विशेषज्ञों की एक समर्पित शोध टीम, जिसमें ज़िंजियांग वन अकादमी और चीनी विज्ञान अकादमी के ज़िंजियांग पारिस्थितिकी और भूगोल संस्थान के विशेषज्ञ शामिल थे, ने मुख्य स्थानों पर प्रत्यक्ष डेटा सावधानीपूर्वक इकट्ठा किया, जिसमें रुओकियांग काउंटी परियोजना स्थल भी शामिल था। टीम ने इंजीनियरिंग रेत नियंत्रण, जैविक तकनीकों, और फोटovoltaic रेत नियंत्रण जैसे उन्नत तरीकों की एक श्रृंखला का मूल्यांकन किया, जो मरुस्थल के विस्तार को रोकने के लिए प्रभावी वन और घास पट्टी प्रणालियों के विकास में योगदान करते हैं।
ज़िंजियांग वन अकादमी के अंतर्गत आधुनिक वन अनुसंधान संस्थान के शोधकर्ता झांग हुइफांग के अनुसार, गहन अध्ययन ने न केवल तकनीकी उपायों की जांच की, बल्कि परियोजना के लिए महत्वपूर्ण सामाजिक और पर्यावरणीय कारकों का भी अन्वेषण किया। यह व्यापक मूल्यांकन इस क्षेत्र में मरुस्थल प्रबंधन और सतत विकास के अगले चरण के लिए एक मजबूत आधार स्थापित करता है।
यह सफल अभियान एशिया के परिवर्तनशील गतिशीलता को उजागर करता है, जहां पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक नवाचार के साथ एकीकृत करके चीनी मुख्य भूमि में प्रभावी पर्यावरणीय समाधान के लिए मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है।
Reference(s):
16-day expedition on Taklimakan Desert 'edge-locking' project ends
cgtn.com