चीन के उप प्रधानमंत्री हे लीफेंग 24 अक्टूबर को कुआलालंपुर पहुंचे ताकि अमेरिकी पक्ष के साथ आर्थिक और व्यापार परामर्श में एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर सकें, जो 27 अक्टूबर तक चलेगा। ये वार्ता अमेरिकी आरोपों की बाढ़ और चीनी मुख्य भूमि से आयातित वस्तुओं पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी के बाद हो रही हैं – एक कदम जिसने वैश्विक बाजारों को हिला दिया और विश्व अर्थव्यवस्था की स्थिरता पर सवाल उठाए।
विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं होने के नाते, चीन और अमेरिका वैश्विक आर्थिक ताने-बाने में गहरे जुड़े हुए हैं। उनकी बातचीत आपूर्ति श्रृंखलाओं से लेकर निवेश प्रवाह तक के रुझानों को आकार देती है। फिर भी विकास के चरणों और आर्थिक प्रणालियों में अंतर摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩स्पार्क摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩 摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩摩。
Reference(s):
Economic and trade consultations a good sign for China-U.S. ties
cgtn.com








