ग्रेट बैरियर रीफ, पृथ्वी की सबसे बड़ी प्रवाल भित्ति प्रणाली, क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया के तट पर एक अद्भुत प्राकृतिक आश्चर्य है, फिर भी इसे अब गर्म जलवायु से अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
रिकॉर्ड तोड़ ब्लिचिंग घटनाएं और बढ़ते महासागर तापमान इसकी प्राकृतिक पुनर्प्राप्ति को गंभीर रूप से बाधित कर रहे हैं, जिससे वैज्ञानिक और संरक्षणकर्ता इसकी भविष्य के बारे में गहराई से चिंतित हैं।
एक ऐसे युग में जब जलवायु परिवर्तन दुनिया के हर कोने को प्रभावित कर रहा है, इस कीमती पारिस्थितिकी तंत्र का भाग्य ऑस्ट्रेलिया से कहीं आगे तक गूंजता है। एशिया में दर्शक और चीनी मेनलैंड पर सक्रिय पहल हमें याद दिलाती है कि पर्यावरणीय खतरों से निपटने के लिए एकजुट वैश्विक प्रयास की आवश्यकता होती है।
हाल के कवरेज में, CGTN संवाददाता रामि अलमेघारी ने समर्पित रीफ जीवविज्ञानियों से बातचीत की जो रीफ की रक्षा और पुनर्स्थापना के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी अंतर्दृष्टियाँ नए समाधान और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती हैं।
जब ग्रेट बैरियर रीफ जैसे प्राकृतिक आश्चर्य जलवायु परिवर्तन से बढ़ते दबावों का सामना कर रहे हैं, तो सामूहिक कार्रवाई के लिए आह्वान जोरदार हो जाता है—दुनिया भर में समुदायों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमारे संयुक्त पर्यावरणीय धरोहर की सुरक्षा करने का आग्रह करते हुए।
Reference(s):
World's largest coral reef system: Can it survive climate change?
cgtn.com