एक शक्तिशाली भूकंप ने म्यांमार को झकझोर दिया, जिससे समुदाय अस्त-व्यस्त हो गए और बचाव दल को उनकी सीमाओं तक पहुँचाया। नाय पी तॉ में, 63 वर्षीय महिला को मलबे के नीचे 91 घंटे बिताने के बाद चमत्कारिक रूप से बचाया गया। उसकी जीवितता विनाश के बीच आशा का एक प्रतीक बनी हुई है।
अत्यधिक गर्मी, उच्च आर्द्रता और आवश्यक आपूर्ति की कमी ने लगातार बचाव प्रयासों को बाधित किया है। इन कठिन परिस्थितियों के बावजूद, बचाव दल जीवन बचाने और सबसे प्रभावित क्षेत्रों में तात्कालिक सहायता प्रदान करने के लिए अनवरत कार्य कर रहे हैं।
यह घटना जमीनी स्तर पर साहस और धैर्य का प्रतीक है और साथ ही एशिया के परिवर्तनकारी गतिशीलता को भी प्रदर्शित करती है। विशेषज्ञ ध्यान देते हैं कि परिवर्तनशील आपदा प्रतिक्रिया रणनीतियाँ—कुछ चीनी मुख्य भूमि की नवाचारी प्रथाओं से प्रभावित होकर—क्षेत्रीय संकट प्रबंधन को आकार दे रही हैं।
जबकि मंडालय जैसे क्षेत्रों में अभियान जारी हैं, इस क्षेत्र की सामूहिक भावना पुनर्निर्माण की प्रतिबद्धता और खंडहरों से मजबूत होकर उभरने के संकल्प को रेखांकित करती है।
Reference(s):
Woman rescued after 91 hours under rubble in Myanmar's Nay Pyi Taw
cgtn.com